इन्दौर के थानों में पुलिसकर्मियों को फोन उठाने तक की नहीं है फुर्सत
Saturday - July 7, 2018 2:37 pm ,
Category : WTN HINDI

लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
JULY 07 (WT) - मध्य प्रदेश में अपराध दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। मन्दसौर और सतना में बच्चियों से रेप के बाद प्रदेश की ‘कानून व्यवस्था’ पर सवाल उठने लगे हैं। बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस की ‘सक्रियता’ ही अपराधियों में ‘खौफ’ पैदा कर सकती है। लेकिन देखने में आ रहा है कि मध्य प्रदेश में पुलिसकर्मी और अधिकारियों को फोन उठाने का समय ही नहीं है। लेकिन अब फोन नहीं उठाने वाले पुलिसकर्मियों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ ‘कार्रवाई’ की जाएगी।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, इन्दौर में थाने में और पुलिस अधिकारियों द्वारा ‘फोन नहीं उठाने’ की लगातार शिकायतें मिलने के बाद जब एडीजी ने इस पर इन्दौर के थानों में ‘सर्वे’ कराया तो पता चला कि 40 प्रतिशत टीआई ‘थाने से नदारद’ रहते हैं। इतना हीं नहीं, 20 प्रतिशत थाने ऐसे हैं जहां पुलिसकर्मी फोन तक नहीं उठाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, एडीजी कार्यालय में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों द्वारा फोन नहीं उठाने की एक ‘गुमनाम’ शिकायत की गई थी। इसके बाद एडीजी ने जिले के कुछ थानों पर ‘अनजान नम्बर’ से तीन दिन तक फोन लगवाए। जिसमें पता चला कि 40 प्रतिशत थानों ने फोन ही नहीं उठाया गया। वहीं सर्वे में पता चला कि कई टीआई थाने से ‘अनुपस्थित’ रहते हैं।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक इस बारे में एडीजी अजय कुमार शर्मा का कहना है कि सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे फोन उठाएं। कई बार समय पर जानकारी मिलने से अपराध रोकने में सहायता मिलती है। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
JULY 07 (WT) - मध्य प्रदेश में अपराध दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। मन्दसौर और सतना में बच्चियों से रेप के बाद प्रदेश की ‘कानून व्यवस्था’ पर सवाल उठने लगे हैं। बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस की ‘सक्रियता’ ही अपराधियों में ‘खौफ’ पैदा कर सकती है। लेकिन देखने में आ रहा है कि मध्य प्रदेश में पुलिसकर्मी और अधिकारियों को फोन उठाने का समय ही नहीं है। लेकिन अब फोन नहीं उठाने वाले पुलिसकर्मियों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ ‘कार्रवाई’ की जाएगी।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, इन्दौर में थाने में और पुलिस अधिकारियों द्वारा ‘फोन नहीं उठाने’ की लगातार शिकायतें मिलने के बाद जब एडीजी ने इस पर इन्दौर के थानों में ‘सर्वे’ कराया तो पता चला कि 40 प्रतिशत टीआई ‘थाने से नदारद’ रहते हैं। इतना हीं नहीं, 20 प्रतिशत थाने ऐसे हैं जहां पुलिसकर्मी फोन तक नहीं उठाते हैं।
जानकारी के मुताबिक, एडीजी कार्यालय में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों द्वारा फोन नहीं उठाने की एक ‘गुमनाम’ शिकायत की गई थी। इसके बाद एडीजी ने जिले के कुछ थानों पर ‘अनजान नम्बर’ से तीन दिन तक फोन लगवाए। जिसमें पता चला कि 40 प्रतिशत थानों ने फोन ही नहीं उठाया गया। वहीं सर्वे में पता चला कि कई टीआई थाने से ‘अनुपस्थित’ रहते हैं।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक इस बारे में एडीजी अजय कुमार शर्मा का कहना है कि सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे फोन उठाएं। कई बार समय पर जानकारी मिलने से अपराध रोकने में सहायता मिलती है। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।