आईसीसी के नये नियम से चोटिल खिलाड़ी हो सकेंगे ‘रिप्लेस’!
Friday - July 19, 2019 3:39 pm ,
Category : WTN HINDI

चोटिल खिलाड़ियों का अब होगा ‘रिप्लेसमेंट’ – आईसीसी
आईसीसी ने बनाया नया नियम; सिर पर लगी गम्भीर चोट तो उसी ‘शैली’ का खिलाड़ी होगा मैच में रिप्लेस
JULY 19 (WTN) – क्रिकेट विश्व कप में जिस नियम के कारण फाइनल में इंग्लैण्ड की जीत हुई है, उसके बाद से पूरे दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों में क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था आईसीसी से नाराज़गी है। क्रिकेट प्रेमियों का आरोप है कि क्रिकेट के नियम बनाने वाली सर्वोच्च संस्था आईसीसी क्रिकेट के नियमों को लेकर गम्भीर नहीं है। हालांकि, आईसीसी ने अपने बचाव में कहा है क्रिकेट के जो भी नियम बनाये गये है वे सभी नियम सदस्य देशों की सहमति से बनाए गये हैं। इस सबके बीच, आईसीसी ने मैच के दौरान चोटिल ख़िलाड़ियों के रिप्लेसमेंट के लिए फुटबॉल की तरह एक नया नियम बनाया है, जिसकी सभी सराहना कर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईसीसी ने अपनी सालाना वार्षिक कॉन्फ्रेंस में कुछ बड़े फ़ैसले लेकर नये नियम बनाए हैं। इन नये नियमों में एक नियम है कि अब क्रिकेट में भी चोट लगने के बाद खिलाड़ियों का रिप्लेसमेंट किए जा सकेगा, लेकिन खिलाड़ी का रिप्लेसमेंट तभी सम्भव होगा जब किसी खिलाड़ी को सिर पर गम्भीर चोट लगी हो और वो खेलने की स्थिति में नहीं हो। क्रिकेट में यह नया नियम बहुत कुछ फुटबॉल के खेल के उस नियम की तरह होगा, जिसमें किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर वापस बुलाने या खिलाड़ी को आराम देने के लिए सबस्टीट्यूट खिलाड़ी को मैदान पर भेजा जाता है।
नये नियम के बारे में आईसीसी ने साफ़ किया है कि अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जिन खिलाड़ियों को सिर पर गम्भीर चोट लगेगी, उन्हें मेडिकल जांच के बाद दूसरे खिलाड़ियों से रिप्लेस किया जा सकेगा। इस नये नियम के मुताबिक़, खिलाड़ी के सिर पर चोटिल होने पर जो खिलाड़ी रिप्लेस होकर मैदान में आएगा, वो खिलाड़ी फील्डिंग के अलावा बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और विकेटकीपिंग भी कर सकेगा। क्रिकेट मैच में किसी खिलाड़ी को सिर पर चोट लगने के बाद टीम के मेडिकल प्रतिनिधि की जांच के बाद यह फ़ैसला लिया जाएगा कि खिलाड़ी को लगी चोट कितनी गम्भीर है।
मेडिकल प्रतिनिधि की जांच के बाद यदि पाया गया कि खिलाड़ी को लगी चोट इतनी गम्भीर है कि वो आगे खेल नहीं सकता है तो चोटिल खिलाड़ी की शैली वाले किसी दूसरे खिलाड़ी को मैदान में खेलने की अनुमति मिलेगी। यानी कि यदि चोटिल खिलाड़ी बल्लेबाज़ है तो उसकी जगह पर बल्लेबाज़, गेंदबाज़ है तो उसकी जगह पर गेंदबाज़ और यदि विकेटकीपर है तो उसकी जगह पर विकेटकीपर को मैदान में खेलने का मौक़ा मिलेगा। आईसीसी का यह नया नियम अगले महीने 1 अगस्त से इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हो रही एशेज सीरीज से लागू होगा।
क्रिकेट मैच में जब खिलाड़ी को चोट लगेगी, और उसे मैदान के बाहर ले जाया जाएगा तो यह फ़ैसला मैच रेफरी द्वारा लिया जाएगा कि चोटिल खिलाड़ी किस शैली का है और उसी की शैली का खिलाड़ी टीम में शामिल किया जाए। जैसे यदि किसी ओपनर बल्लेबाज़ को चोट लगती है तो उसकी जगह पर किसी ओपनर बल्लेबाज़ को ही टीम में शामिल किया जा सकेगा ना कि किसी गेंदबाज़ को। उसी तरह यदि किसी तेज़ गेंदबाज़ को चोट लगती है तो उसकी जगह पर तेज़ गेंदबाज़ को, और स्पिनर की जगह पर स्पिनर को ही शामिल किया जाएगा।
चोट लगने के बाद खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट का यह नियम आईसीसी ने दो साल तक घरेलू क्रिकेट में चले ट्रायल के बाद अपनाने का फ़ैसला लिया है। आईसीसी के इस नये नियम के मुताबिक़, पुरुष और महिला क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास लेवल के सभी फॉर्मेट में किसी खिलाड़ी को सिर में गम्भीर चोट लगने के बाद रिप्लेस किया जा सकेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईसीसी ने घरेलू स्तर पर परीक्षण के तौर पर इसकी शुरुआत साल 2017 में की थी, जिसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पुरुष और महिला वनडे और बीबीएल में इस नियम को लागू किया था। जैसा कि आप जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें क्रिकेट खेलते समय खिलाड़ी सिर पर गेंद लगने से चोटिल हो गए। ऐसे में कई बार टीमों को चोटिल खिलाड़ी के बिना मैच खेलना पड़ा, और उसकी जगह पर जो खिलाड़ी मैदान में आता था वो सिर्फ़ फील्डिंग ही कर सकता था।
लेकिन आईसीसी के इस नियम पर जहां कुछ क्रिकेट प्रेमियों ने संतोष जाहिर किया है तो वहीं कुछ क्रिकेट प्रेमी इस नये नियम को अधूरा बता रहे हैं। क्रिकेट प्रेमियों के मुताबिक़ सिर पर लगी गम्भीर चोट के अलावा अन्य तरह की गम्भीर चोट लगने पर भी यदि खिलाड़ी आगे मैच खेलने योग्य नहीं है तो उसकी जगह पर रिप्लेसमेंट किया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि क्रिकेट में सिर पर चोट लगने की घटनाएं काफ़ी कम होती हैं और अन्य तरह की चोट लगने की घटनाएं ज़्यादा होती हैं, जिसमें खिलाड़ी मैच में खेलने के योग्य नहीं रहता है। अब देखना होगा कि आईसीसी अन्य चोटों से गम्भीर रूप से घायल खिलाड़ियों की जगह पर रिप्लेसमेंट का नियम कब तक लागू करता है।
JULY 19 (WTN) – क्रिकेट विश्व कप में जिस नियम के कारण फाइनल में इंग्लैण्ड की जीत हुई है, उसके बाद से पूरे दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों में क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था आईसीसी से नाराज़गी है। क्रिकेट प्रेमियों का आरोप है कि क्रिकेट के नियम बनाने वाली सर्वोच्च संस्था आईसीसी क्रिकेट के नियमों को लेकर गम्भीर नहीं है। हालांकि, आईसीसी ने अपने बचाव में कहा है क्रिकेट के जो भी नियम बनाये गये है वे सभी नियम सदस्य देशों की सहमति से बनाए गये हैं। इस सबके बीच, आईसीसी ने मैच के दौरान चोटिल ख़िलाड़ियों के रिप्लेसमेंट के लिए फुटबॉल की तरह एक नया नियम बनाया है, जिसकी सभी सराहना कर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईसीसी ने अपनी सालाना वार्षिक कॉन्फ्रेंस में कुछ बड़े फ़ैसले लेकर नये नियम बनाए हैं। इन नये नियमों में एक नियम है कि अब क्रिकेट में भी चोट लगने के बाद खिलाड़ियों का रिप्लेसमेंट किए जा सकेगा, लेकिन खिलाड़ी का रिप्लेसमेंट तभी सम्भव होगा जब किसी खिलाड़ी को सिर पर गम्भीर चोट लगी हो और वो खेलने की स्थिति में नहीं हो। क्रिकेट में यह नया नियम बहुत कुछ फुटबॉल के खेल के उस नियम की तरह होगा, जिसमें किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर वापस बुलाने या खिलाड़ी को आराम देने के लिए सबस्टीट्यूट खिलाड़ी को मैदान पर भेजा जाता है।
नये नियम के बारे में आईसीसी ने साफ़ किया है कि अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जिन खिलाड़ियों को सिर पर गम्भीर चोट लगेगी, उन्हें मेडिकल जांच के बाद दूसरे खिलाड़ियों से रिप्लेस किया जा सकेगा। इस नये नियम के मुताबिक़, खिलाड़ी के सिर पर चोटिल होने पर जो खिलाड़ी रिप्लेस होकर मैदान में आएगा, वो खिलाड़ी फील्डिंग के अलावा बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और विकेटकीपिंग भी कर सकेगा। क्रिकेट मैच में किसी खिलाड़ी को सिर पर चोट लगने के बाद टीम के मेडिकल प्रतिनिधि की जांच के बाद यह फ़ैसला लिया जाएगा कि खिलाड़ी को लगी चोट कितनी गम्भीर है।
मेडिकल प्रतिनिधि की जांच के बाद यदि पाया गया कि खिलाड़ी को लगी चोट इतनी गम्भीर है कि वो आगे खेल नहीं सकता है तो चोटिल खिलाड़ी की शैली वाले किसी दूसरे खिलाड़ी को मैदान में खेलने की अनुमति मिलेगी। यानी कि यदि चोटिल खिलाड़ी बल्लेबाज़ है तो उसकी जगह पर बल्लेबाज़, गेंदबाज़ है तो उसकी जगह पर गेंदबाज़ और यदि विकेटकीपर है तो उसकी जगह पर विकेटकीपर को मैदान में खेलने का मौक़ा मिलेगा। आईसीसी का यह नया नियम अगले महीने 1 अगस्त से इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हो रही एशेज सीरीज से लागू होगा।
क्रिकेट मैच में जब खिलाड़ी को चोट लगेगी, और उसे मैदान के बाहर ले जाया जाएगा तो यह फ़ैसला मैच रेफरी द्वारा लिया जाएगा कि चोटिल खिलाड़ी किस शैली का है और उसी की शैली का खिलाड़ी टीम में शामिल किया जाए। जैसे यदि किसी ओपनर बल्लेबाज़ को चोट लगती है तो उसकी जगह पर किसी ओपनर बल्लेबाज़ को ही टीम में शामिल किया जा सकेगा ना कि किसी गेंदबाज़ को। उसी तरह यदि किसी तेज़ गेंदबाज़ को चोट लगती है तो उसकी जगह पर तेज़ गेंदबाज़ को, और स्पिनर की जगह पर स्पिनर को ही शामिल किया जाएगा।
चोट लगने के बाद खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट का यह नियम आईसीसी ने दो साल तक घरेलू क्रिकेट में चले ट्रायल के बाद अपनाने का फ़ैसला लिया है। आईसीसी के इस नये नियम के मुताबिक़, पुरुष और महिला क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय और फर्स्ट क्लास लेवल के सभी फॉर्मेट में किसी खिलाड़ी को सिर में गम्भीर चोट लगने के बाद रिप्लेस किया जा सकेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईसीसी ने घरेलू स्तर पर परीक्षण के तौर पर इसकी शुरुआत साल 2017 में की थी, जिसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पुरुष और महिला वनडे और बीबीएल में इस नियम को लागू किया था। जैसा कि आप जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें क्रिकेट खेलते समय खिलाड़ी सिर पर गेंद लगने से चोटिल हो गए। ऐसे में कई बार टीमों को चोटिल खिलाड़ी के बिना मैच खेलना पड़ा, और उसकी जगह पर जो खिलाड़ी मैदान में आता था वो सिर्फ़ फील्डिंग ही कर सकता था।
लेकिन आईसीसी के इस नियम पर जहां कुछ क्रिकेट प्रेमियों ने संतोष जाहिर किया है तो वहीं कुछ क्रिकेट प्रेमी इस नये नियम को अधूरा बता रहे हैं। क्रिकेट प्रेमियों के मुताबिक़ सिर पर लगी गम्भीर चोट के अलावा अन्य तरह की गम्भीर चोट लगने पर भी यदि खिलाड़ी आगे मैच खेलने योग्य नहीं है तो उसकी जगह पर रिप्लेसमेंट किया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि क्रिकेट में सिर पर चोट लगने की घटनाएं काफ़ी कम होती हैं और अन्य तरह की चोट लगने की घटनाएं ज़्यादा होती हैं, जिसमें खिलाड़ी मैच में खेलने के योग्य नहीं रहता है। अब देखना होगा कि आईसीसी अन्य चोटों से गम्भीर रूप से घायल खिलाड़ियों की जगह पर रिप्लेसमेंट का नियम कब तक लागू करता है।