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जानिए क्यों पाकिस्तान से नाराज़ चल रहे हैं शी जिनपिंग?

Wednesday - September 9, 2020 5:41 pm , Category : WTN HINDI
पाकिस्तान और चीन के बीच पैदा हुआ 'अविश्वास'
पाकिस्तान और चीन के बीच पैदा हुआ 'अविश्वास'

CPEC में भष्ट्राचार से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बढ़ी मुसीबतें

 

SEP 09 (WTN) - भारत के दो पड़ोसी देशों, चीन और पाकिस्तान के बीच किस तरह के घनिष्ठ संबंध हैं यह तो आप जानते ही होंगे। दरअसल, भारत के ख़िलाफ़ हर तरह के षड़यंत्र में यह दोनों ही देश एकदूसरे का हमेशा से ही साथ देते रहे हैं। वहीं, इन दोनों ही देशों की हमेशा से ही यह कोशिश रही है कि सीमा पर और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को घेरा जाए।

इतना ही नहीं, आरोप है कि चीन, पाकिस्तान के आतंकवादियों को हथियार और पैसा भी मुहैया कराता रहा है, जिससे यह आतंकवादी, भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे सकें। वहीं, पाकिस्तान के कहने पर चीन, सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे पर भारत के ख़िलाफ़ वीटो पावर का इस्तेमाल करता आया है। साथ ही, FATF समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में चीन, पाकिस्तान का समर्थन करता आया है और उसे कई बार बचाता भी आया है।

 

लेकिन, इन दिनों पाकिस्तान और चीन के संबंधों के बीच अविश्वास देखा जा रहा है। जी हां, दरअसल, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कुछ दिनों पहले अपना पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया है। पाकिस्तान का दौरा रद्द करने के पीछे पाकिस्‍तान में चीन के राजदूत याओ जिंग ने एक बयान जारी कर कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के कारण फिलहाल राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पाकिस्तान जाना संभव नहीं है। लेकिन, जिनपिंग का पाकिस्तान दौरा रद्द करने के पीछे कोरोना वायरस तो बस एक बहाना है। दरअसल, माना जा रहा है कि शी जिनपिंग के पाकिस्तान दौरा रद्द करने का असली कारण कोरोना वायरस संक्रमण नहीं, बल्कि CPEC (China Pakistan Economic Corridor) में हुआ भ्रष्टाचार है।

 

मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पाकिस्तान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कूटनीतिक, सैन्य और आर्थिक क्षेत्र में कई बड़े समझौते होने की संभावनाएं जताई जा रही थी। लेकिन, शी जिनपिंग ने पाकिस्तान का अपना दौरा इसलिए रद्द किया है क्योंकि वे यानि ख़ुद जिनपिंग, CPEC में हुए भ्रष्टाचार के मामलों पर उठ रहे सवालों के जवाब देने से बच सकें। दरअसल, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ ही दिन पहले ही एक ख़बर सामने आई है कि 60 अरब डॉलर के महत्वाकांक्षी CPEC प्रोजेक्ट के चेयरमैन और पाकिस्तानी सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार से क़रीब 40 मिलियन डॉलर से ज़्यादा की सम्पत्ति अर्जित कर ली है।

 

जी हां, भ्रष्टाचार के मामलों में फंसे पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के सूचना और प्रसारण विभाग के विशेष सहायक भी हैं। हालांकि, भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को अपना इस्तीफा भी सौंपा था। लेकिन, कहा जाता है कि इमरान खान ने सेना के डर से उस इस्तीफ़े को स्वीकार करने से मना कर दिया है। लेकिन, भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों होने के बाद भी लेफ्टिनेंट जनरल बाजवा, CPEC के चेयरमैन बने रहेंगे।

 

जी हां, दरअसल, यही कारण है कि शी जिनपिंग के पाकिस्तान दौरा रद्द करने के पीछे CPEC में जारी भ्रष्टाचार और प्रोजेक्ट में हो रही देरी भी काफी जिम्मेदार है क्योंकि इस सबसे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बेहद नाराज़ हैं। जानकारी के लिए बता दें कि LAC पर भारत के साथ चीन का काफी समय से विवाद चल ही रहा है। वहीं, साउथ चाइना सी पर भी चीन घिरा हुआ है। ऐसे में BRI (Belt Road Initiative) जैसे मेगा प्रोजेक्ट के लिए CPEC जैसे प्रोजेक्ट्स अब चीन के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं।

 

दरअसल, लगता है कि कोरोना वायरस, LAC और साउथ चाइना सी समेत कई मुद्दों पर अपनी ही पार्टी में घिरते जा रहे शी जिनपिंग इस समय किसी अन्य विवाद से बचना चाह रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि CPEC, चीन के लिए काफी मायने रखता है। और, यदि CPEC में ही भष्ट्राचार हो रहा है, तो इस बारे में किसी भी तरह के सवालों से बचने के लिए शी जिनपिंग ने अपना पाकिस्तान दौरा ही रद्द कर दिया है। लेकिन, जिनपिंग का दौरा रद्द करना पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है, और उस चेतावनी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान जितना जल्दी समझ जाएं वो बेहतर होगा।