पाकिस्तान में मज़बूत हो रहे आतंकी संगठन ISIS के निशाने पर भारत!
Wednesday - November 6, 2019 2:02 pm ,
Category : WTN HINDI

भारत में आतंकी हमले की साजिश रच चुका है ISIS
ISIS पर ख़ुलासे से बढ़ी मोदी सरकार की चिन्ता
NOV 06 (WTN) – भारत हमेशा से ही आतंकी हमलों का शिकार रहा है। अहमदाबाद के अक्षरधाम मन्दिर में हुए आतंकी हमले से लेकर मुम्बई आतंकी तक ऐसी कई आतंकी घटनाएं हैं, जिसमें निर्दोषों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान साफ़ तौर पर ज़िम्मेदार रहा है, क्योंकि पाकिस्तान में ही आतंकियों को पनाह और प्रशिक्षण मिलता है।
वैसे जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, मोदी सरकार का दावा है कि कश्मीर को छोड़कर भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों में आम नागरिक की जान नहीं गई है ऐसा इसलिए, क्योंकि मोदी सरकार ने आतंक के ख़िलाफ़ ज़ीरो टालरेंस की नीति का अनुसरण किया है।
यह सही है कि मोदी सरकार ने आतंक और आतंकियों के ख़िलाफ़ पुख़्ता कार्रवाई की है, लेकिन इसके बाद भी भारत पर आतंकी हमलों का ख़तरा हमेशा बना रहता है और इसी कारण से भारत पर आईएसआईएस के आतंकी हमले का ख़तरा भी मण्डरा रहा है।
जैसा कि आप जानते हैं कि अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के कुख्यात सरगना अबू बक्र अल बगदादी को मौत के घाट उतार दिया है, लेकिन फ़िर भी इस खतरनाक संगठन का ख़तरा अभी तक टला नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के निशाने पर भारत भी है। ख़ुद अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि इस्लामिक स्टेट के खुरासान ग्रुप ने पिछले साल भारत पर आत्मघाती हमले की कोशिश की थी। दरअसल, अमेरिका भी खुरासान ग्रुप को लेकर बेहद चिन्तित और परेशान है। अमेरिका के राष्ट्रीय आतंकनिरोधक सेन्टर के कार्यकारी निदेशक रशेल ट्रैवर्स के अनुसार, ISIS के खुरासान ग्रुप यानी ISIS-K ने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमले की कोशिश की थी।
ट्रैवर्स के मुताबिक़, दुनिया भर में इन दिनों आतंकी संगठन आईएसआईएस की 20 शाखाएं काम कर रही हैं और इनमें से कई शाखाएं आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं। ये शाखाएं ड्रोन और अन्य आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल आतंकी हमले के लिए कर सकती हैं।
दो साल पहले आईएसआईएस के खुरासान ग्रुप ने न्यूयॉर्क पर हमले की योजना बनाई थी, लेकिन अमेरिकी की आंतरिक खुफिया एजेंसी FBI (Federal Bureau of Investigation) ने इस हमले को नाकामयाब कर दिया था। वहीं इसी ग्रुप ने साल 2017 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में भी हमला किया था,जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएसआईएस का खुरासान ग्रुप आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है और यह ग्रुप अफगानिस्तान के बाहर हमला करने के लिए आतंकियों को उकसाता है। इसी योजना के तहत इस ग्रुप ने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह योजना नाकामयाब हो गई। आतंकी संगठन आईएसआईएस के सभी गुटों में से खुरासान ग्रुप अमेरिका के लिए एक चुनौती बना हुआ है। इस ग्रुप में क़रीब 4,000 लोग शामिल हैं जो कि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
यानी कि साफ़ ज़ाहिर है कि भारत अब आतंकी संगठन आईएसआईएस के निशाने पर आ चुका है। ऊरी हमले के बाद से भारतीय सेना ने कश्मीर से चुन चुनकर आतंकियों का सफाया किया है, ऐसे में पाकिस्तान में रह रहे आतंकियों में ख़ौफ फैला हुआ है। लेकिन आशंका जाहिर की जा रही है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान आईएसआईएस के खुरासान ग्रुप को भारत में हमले के लिए उकसा भी सकता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि भारत सालों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमलों का शिकार रहा है। इन आतंकी हमलों में हज़ारों की तादात में नागरिक मारे गये हैं और सैकड़ों सैनिक शहीद हुए हैं। यूपीए सरकार के 10 साल के शासन के दौरान भारत में कई आतंकी हमले हुए, लेकिन मोदी सरकार के दौरान भारत में आतंकी हमलों में काफ़ी कमी आई है। लेकिन आतंकी संगठन आईएसआईएस जिस तरह भारत में आत्मघाती हमला करना चाहता है, उससे ज़ाहिर होता है कि आईएसआईएस के निशाने पर भारत है। यदि आप सोच रहे हैं कि बगदादी के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन आईएस कमज़ोर होगा, तो आपका सोचना ग़लत है।
दरअसल, ISIS के पास हज़ारों की तादात में लड़ाके हैं, जो कि दहशत फैलाने के लिए कहीं पर भी आतंकी हमला करने से हिचकाते नहीं हैं। ऐसे में पाकिस्तान की सहायता से आईएसआईएस का खुरासान ग्रुप भारत में आत्मघाती हमले आने वाले समय में कर सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले तीन सालों से पाकिस्तान में ISIS की भर्तियां हो रही हैं, लेकिन पाकिस्तान के विदेश और आंतरिक मंत्रालय पाकिस्तान में ISIS की मौजूदगी और गतिविधियों से लगातार इनकार करते रहे हैं।
पाकिस्तान की क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कुछ समय पहले लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और सियालकोट के कई लोगों को गिरफ़्तार किया था, जो कि आईएसआईएस नेटवर्क से जुड़े थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में पुरुषों की भर्ती आईएसआईएस जिहादी या मुजाहिद के रूप कर रहा है जबकि महिलाओं को जिहादी पत्नियों के रूप में सीरिया, इराक़ और अफगानिस्तान में लड़ रहे आतंकियों की यौन ज़रूरतें पूरी करने के लिए भर्ती किया जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान में धीरे-धीरे अपनी जड़ें जमा रहे आईएसआईएस को आने वाले समय में भारत में हमला करना पहले की तुलना में और भी ज़्यादा आसान हो जाएगा।
वहीं जैसा कि आप जानते हैं कि सुरक्षा बलों पर पत्थरबाज़ी के दौरान कश्मीर में कई बार आईएसआईएस के झण्डे लहराए जा चुके हैं, ऐसे में आशंका है कि हो सकता खुरासान ग्रुप भारत में मौजूद आईएसआईएस समर्थकों के ज़रिये या उनकी मदद से भारत में आत्मघाती हमले करवाए। ऐसे में भारत की खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों को काफ़ी सतर्क रहना होगा और आतंकियों के हर मंसूबे को नाकामयाब साबित करना होगा।
NOV 06 (WTN) – भारत हमेशा से ही आतंकी हमलों का शिकार रहा है। अहमदाबाद के अक्षरधाम मन्दिर में हुए आतंकी हमले से लेकर मुम्बई आतंकी तक ऐसी कई आतंकी घटनाएं हैं, जिसमें निर्दोषों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान साफ़ तौर पर ज़िम्मेदार रहा है, क्योंकि पाकिस्तान में ही आतंकियों को पनाह और प्रशिक्षण मिलता है।
वैसे जब से नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, मोदी सरकार का दावा है कि कश्मीर को छोड़कर भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों में आम नागरिक की जान नहीं गई है ऐसा इसलिए, क्योंकि मोदी सरकार ने आतंक के ख़िलाफ़ ज़ीरो टालरेंस की नीति का अनुसरण किया है।
यह सही है कि मोदी सरकार ने आतंक और आतंकियों के ख़िलाफ़ पुख़्ता कार्रवाई की है, लेकिन इसके बाद भी भारत पर आतंकी हमलों का ख़तरा हमेशा बना रहता है और इसी कारण से भारत पर आईएसआईएस के आतंकी हमले का ख़तरा भी मण्डरा रहा है।
जैसा कि आप जानते हैं कि अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के कुख्यात सरगना अबू बक्र अल बगदादी को मौत के घाट उतार दिया है, लेकिन फ़िर भी इस खतरनाक संगठन का ख़तरा अभी तक टला नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के निशाने पर भारत भी है। ख़ुद अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि इस्लामिक स्टेट के खुरासान ग्रुप ने पिछले साल भारत पर आत्मघाती हमले की कोशिश की थी। दरअसल, अमेरिका भी खुरासान ग्रुप को लेकर बेहद चिन्तित और परेशान है। अमेरिका के राष्ट्रीय आतंकनिरोधक सेन्टर के कार्यकारी निदेशक रशेल ट्रैवर्स के अनुसार, ISIS के खुरासान ग्रुप यानी ISIS-K ने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमले की कोशिश की थी।
ट्रैवर्स के मुताबिक़, दुनिया भर में इन दिनों आतंकी संगठन आईएसआईएस की 20 शाखाएं काम कर रही हैं और इनमें से कई शाखाएं आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं। ये शाखाएं ड्रोन और अन्य आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल आतंकी हमले के लिए कर सकती हैं।
दो साल पहले आईएसआईएस के खुरासान ग्रुप ने न्यूयॉर्क पर हमले की योजना बनाई थी, लेकिन अमेरिकी की आंतरिक खुफिया एजेंसी FBI (Federal Bureau of Investigation) ने इस हमले को नाकामयाब कर दिया था। वहीं इसी ग्रुप ने साल 2017 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में भी हमला किया था,जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आईएसआईएस का खुरासान ग्रुप आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए जाना जाता है और यह ग्रुप अफगानिस्तान के बाहर हमला करने के लिए आतंकियों को उकसाता है। इसी योजना के तहत इस ग्रुप ने पिछले साल भारत में आत्मघाती हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह योजना नाकामयाब हो गई। आतंकी संगठन आईएसआईएस के सभी गुटों में से खुरासान ग्रुप अमेरिका के लिए एक चुनौती बना हुआ है। इस ग्रुप में क़रीब 4,000 लोग शामिल हैं जो कि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
यानी कि साफ़ ज़ाहिर है कि भारत अब आतंकी संगठन आईएसआईएस के निशाने पर आ चुका है। ऊरी हमले के बाद से भारतीय सेना ने कश्मीर से चुन चुनकर आतंकियों का सफाया किया है, ऐसे में पाकिस्तान में रह रहे आतंकियों में ख़ौफ फैला हुआ है। लेकिन आशंका जाहिर की जा रही है कि भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान आईएसआईएस के खुरासान ग्रुप को भारत में हमले के लिए उकसा भी सकता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि भारत सालों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमलों का शिकार रहा है। इन आतंकी हमलों में हज़ारों की तादात में नागरिक मारे गये हैं और सैकड़ों सैनिक शहीद हुए हैं। यूपीए सरकार के 10 साल के शासन के दौरान भारत में कई आतंकी हमले हुए, लेकिन मोदी सरकार के दौरान भारत में आतंकी हमलों में काफ़ी कमी आई है। लेकिन आतंकी संगठन आईएसआईएस जिस तरह भारत में आत्मघाती हमला करना चाहता है, उससे ज़ाहिर होता है कि आईएसआईएस के निशाने पर भारत है। यदि आप सोच रहे हैं कि बगदादी के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन आईएस कमज़ोर होगा, तो आपका सोचना ग़लत है।
दरअसल, ISIS के पास हज़ारों की तादात में लड़ाके हैं, जो कि दहशत फैलाने के लिए कहीं पर भी आतंकी हमला करने से हिचकाते नहीं हैं। ऐसे में पाकिस्तान की सहायता से आईएसआईएस का खुरासान ग्रुप भारत में आत्मघाती हमले आने वाले समय में कर सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले तीन सालों से पाकिस्तान में ISIS की भर्तियां हो रही हैं, लेकिन पाकिस्तान के विदेश और आंतरिक मंत्रालय पाकिस्तान में ISIS की मौजूदगी और गतिविधियों से लगातार इनकार करते रहे हैं।
पाकिस्तान की क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कुछ समय पहले लाहौर, इस्लामाबाद, कराची और सियालकोट के कई लोगों को गिरफ़्तार किया था, जो कि आईएसआईएस नेटवर्क से जुड़े थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में पुरुषों की भर्ती आईएसआईएस जिहादी या मुजाहिद के रूप कर रहा है जबकि महिलाओं को जिहादी पत्नियों के रूप में सीरिया, इराक़ और अफगानिस्तान में लड़ रहे आतंकियों की यौन ज़रूरतें पूरी करने के लिए भर्ती किया जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान में धीरे-धीरे अपनी जड़ें जमा रहे आईएसआईएस को आने वाले समय में भारत में हमला करना पहले की तुलना में और भी ज़्यादा आसान हो जाएगा।
वहीं जैसा कि आप जानते हैं कि सुरक्षा बलों पर पत्थरबाज़ी के दौरान कश्मीर में कई बार आईएसआईएस के झण्डे लहराए जा चुके हैं, ऐसे में आशंका है कि हो सकता खुरासान ग्रुप भारत में मौजूद आईएसआईएस समर्थकों के ज़रिये या उनकी मदद से भारत में आत्मघाती हमले करवाए। ऐसे में भारत की खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों को काफ़ी सतर्क रहना होगा और आतंकियों के हर मंसूबे को नाकामयाब साबित करना होगा।